पास अपने सनम जब बिठा ना सको पास अपने बुलाना नहीं चाहिए। पास अपने सनम जब बिठा ना सको पास अपने बुलाना नहीं चाहिए।
बन गया वो गैर "आज़म" से नहीं अपना रहा। बन गया वो गैर "आज़म" से नहीं अपना रहा।
मां के ऋण से कोई कभी न उऋण हो सकता, चाहे कोई जीत ले सारा का सारा ही संसार। मां के ऋण से कोई कभी न उऋण हो सकता, चाहे कोई जीत ले सारा का सारा ही संसार।
चाहत थी तो दोनों की पर कभी एक-सी न रही चाहत थी तो दोनों की पर कभी एक-सी न रही
'मां बच्चोन का खिलोना है, मां मन्दिर का इक कोना है, स्व शबद से दूर है, सर्वस्व से भरपूर है ।' मातृदे... 'मां बच्चोन का खिलोना है, मां मन्दिर का इक कोना है, स्व शबद से दूर है, सर्वस्व स...
गैरों के लिए खुद को मिटाकर अपना स्वर्ण सर्वस्व लुटाकर। गैरों के लिए खुद को मिटाकर अपना स्वर्ण सर्वस्व लुटाकर।